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IFWJ बिहार के पत्रकारों ने पटना में निकाला आक्रोश मार्च 

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IFWJ बिहार के पत्रकारों ने पटना में निकाला आक्रोश मार्च 

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 08 अक्टूबर  ::

संपूर्ण क्रांति के प्रणेता लोक नायक स्व० जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्टस (IFWJ) की बिहार इकाई की ओर से पटना के गाँधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर से डाक बंगला चौराहा के बीच अपनी मांगों के समर्थन में पैदल मार्च निकाला। पैदल मार्च निकालने से पहले जेपी की मूर्ति के पास प्रदर्शन किया गया और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की।  बिहार में पत्रकारों की हत्या, उसके साथ मारपीट और गाली गलौज की बढ़ती घटनाओं के विरोध में और सूबे में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की के लिए प्रदर्शन और पैदल मार्च निकाला।

IFWJ की पैदल मार्च में बिहार के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहन कुमार, प्रदेश अध्यक्ष डा. ध्रुव कुमार, उपाध्यक्ष मुकेश महान, प्रदेश महासचिव सुधीर मधुकर, कोषाध्यक्ष महेश प्रसाद, वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद दत्त, जितेन्द्र कुमार सिन्हा, अभिजीत पांडे, प्रभाष चंद्र शर्मा, बाढ़ से सत्यनारायण चतुर्वेदी, पूर्णियां से मोहित कुमार, सहरसा से निरंजन कुमार,आरा से राम प्रवेश राय, दनियावां से जयप्रकाश सिंह, शशांक शेखर, संतोष कुमार, दानापुर से चंद्रशेखर भगत, संजय पाठक, नीरज कुमार, मनोज कुमार, अवनीश कुमार, विक्कु कुमार, राकेश कुमार सिंह, अजय कुमार, प्रमेंद्र शर्मा, प्रभाष चंद्र शर्मा, राम प्रकाश राय, अजित कुमार सिंह समेत बिहार के दर्जनों पत्रकार शामिल थे। 

मौके पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ध्रुव कुमार, महासचिव सुधीर मधुकर ने कहा कि आज लोक नायक जय प्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर बिहार में पत्रकारों के साथ मार-पीट,अभद्र व्यवहार, गाली-गलौज, झूठे मुकदमों में फंसाने के विरूद्ध,अपना विरोध प्रदर्शन करने साथ और बिहार में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग को लेकर आक्रोश मार्च निकाला गया है।  अन्य पत्रकारों ने भी कहा कि पूरे बिहार में हो रहे प्रशासनिक एवं आपराधिक हमले से पत्रकार आहत हैं। इसी वजह से अपना विरोध दर्ज करने के लिए अपना विरोध प्रदर्शन करने  बिहार के सभी जिलों से आये है और आक्रोश मार्च निकाला है।

वरिष्ट सम्पादक रीता सिंह का कहना है कि पत्रकार समाज ,देश मुहल्ला, इत्यादि  जन कल्याण अपनी आवाज से न्याय दिला देता है । जब अपनी बारी आती है तो बो शून्य पर जाता और वेव्स लाचार इंसान तड़प तड़प कर जान देने के लिए मजबुर हो जाता है, अपशोस उसे कफन तक नसीब निहि होता है क्या यही है चौथा अस्तम्भ पत्रकारों को न्याय के साथ सरकार सुरक्षा दे, RDNEWS I
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