मामला मधेपुरा का है SP राजेश कुमार ,मुख्यालय DSP अमर कांत चौबे ,बताया जाता है कि Sp साहब छुट्टी पर गए ,तो ये बरदाताये सामने खुली ,बहुत रोचक कहानी है ,सरकारी मोबाइल ,DSP के पास छोड़ गए ,टी मोबाइल DSP के पास से मो,गुम हो गई ,क्या बात है ,अपराध चरम सीमा पार ,मोबाइल चोरी होते ही हंगामा मच गया और राजेश कुमार sp साहव का राज कुक गया ,ट्रेस किया गया तो मोबाइल एक कॉल गर्ल सप्लायर के पास से मिली ,पुलिस ने जब कॉल गर्ल को दबोचा तो भेद खुली ,DSP साहब कॉल गर्ल के चहेते माने जाते थे बहुत दिनों से ये रँगा रंग सिलसिले SP साहब को चल रहा था ,80 परसेंट मामला अपराध का खुद जिमेवार है l
प्रशाशन ,जी हाँ, इसी केश से अंदाज लगा ले जनता कतई माफ करने की कोई गुंजाइश नही ,DGP साहब को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए ,मोबाइल गुम का कारण ,कॉलगर्ल को फ्री इस्तेमाल , उपयोग करने के बदले मोबाइल चोरी हुई ,or खुलासा भी हुआ।भेद खुली तो सचाई सामने आई ।मधेपुरा SP, राजेश कुमार ,मुख्यालय DSP कांति चौबे ,दोनो के मिली भगत से कॉलगर्ल का इस्तेमाल कर रहे थे ,or अपने आवास पर बुलाया करते थे ,रेट फिक्स मात्र1000की बात थी ,देह व्यपार का धंधा , मगर बदले में रु नही दिए तो कॉलगर्ल मोबाइल गिरबी में रख ली ,or Sp राजेश कुमार को अय्याशी करना पड़ा बहुत महंगा आखिर इसकी सुध कौन लेगा l