बिहार के मुख्य मंत्री अपनी जिद पर क्यों अरे ,शराब बिहार में बन्द नही होने वाली श्रवण कुमार ।
राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की स्मरणशक्ति कमजोर हो गई है लेकिन राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी नीतीश कुमार की स्मरण शक्ति को दुरूस्त कराना चाहती है कि उनको यह याद होना चाहिए कि नवंबर 2005 में वह मुख्मंत्री बने थे तो उन्होंने ही बिहार में शराब नीति में बड़ा बदलाव करते हुए बिहार के हर पंचायत में देशी और विदेशी कम्पोजिट शराब की दुकान और शहरों में बड़े पैमाने पर ऑन शराब की दूकानें खुलबायी थी । नीतीश कुमार ने राजस्व की उगाही के लिए राज्य में अपने मुख्यमंत्रित्व काल में लम्बे समय तक गाँव-गाँव मे शराब बेचवायी थी ।
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