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R V S educational and sosial welfare trust की सचिव रीता कुमारी ,केवल सच पत्रिका विज्ञापन महा प्रबन्धक ,RDNEWS24, कॉम की editer,डायरेक्

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R V S educational and sosial welfare trust  की सचिव रीता कुमारी ,केवल सच पत्रिका विज्ञापन महा प्रबन्धक ,RDNEWS24, कॉम की editer,डायरेक्टर ,रीता सिंह की राजमाता ,सासु माँ का निधन ,22-3-2022 रात्रि को हुआ । भगवान उंन्हे  आत्मा की शांति दे ।

बाबू स्व ,रामव्यास सिंह ,पूर्वप्रधान मंत्री को  स्व चंदशेखर सिंह को तलवार भेंट किये थे ,वीर कुँवर सिंह फाउंडेशन के सचिव भी थे ,उन्हें राजनीतिक से नही लेना देना था बल्कि ,समाजिक कार्यो ,गरीबो को मदद ,असहायों को सहारा , अपनो वेतन में  जरूरतमन्दों को देते नही हिचिकिचाते थे वे थे ,स्व मोती झारी देवी उन्हें कभी भी अपनी जरूरत को      नजरअंदाज की ,आज वे परिवार को कुछ पल दे कर अलबिदा हुई ,भगवान उन्हें आत्मा की शांति दे ,रीता सिंह पत्रकार

राजमाता का जाना पूरे सिंह परिवार को गहरा सदमा पहुँचा है ,इनकी भरपाई कोई नही कर सकता है ,माता पिता दोंनो होते है ,लेकिन माँ का जाना मनो जीवन मे कुछ नही बचता ,माँ का करुणा प्यार ,आदर ,स्नेह , त्याग ,कोई नही दे सकता , माँ का तुलना सच ये धरती से किया गया है ,गंगा से भी किया गया है ,मगर अपशोस ,जितना माँ पर लिखे ,उतना कम है ,जय श्री राम ,माँ के चरणों मे ,वदन , चन्दन ,और अभिनंदन , रीता सिंह  सम्पादक ,RDNEWS 24, Com

 

पटना नगर के कंकड़बाग निवासी पत्रकार रीता सिंह की सास सह स्वतंत्रता सेनानी स्व0 रामव्यास सिंह की धर्मपत्नी का निधन हो गया।वे अपने पीछे भरापूरा परिवार को छोड़ गई है।स्व0 देवी की पुत्र बधू पत्रकार रीता सिंह ने बताया कि हमारी सास बहुत ही नेक दिल इंसान थी।तथा आखिरी समय तक अध्यात्म से जुड़ी रही।साथ ही साथ पति के स्वतंत्रता सेनानी का गुण भी उनमें मौजूद थे।वे कभी भी अपने स्वभिमान से समझौता नही करती थी और अपने बेटे और पोते पोतियों को हमेशा बेहतर इंसान बनकर समाज सेवा करने के लिये प्रेरित करती रहती थी।उनके निधन से परिवार को गहरा सदमा लगा है।उन्होंने बताया कि श्वशुर स्व0 रामव्यास सिंह अपने जमाने के बहुत ही काबिल पढ़े लिखे व्यक्ति थे।अंग्रेज के जमाने मे  अंग्रेजी के ज्ञाता रह चुके थे।इन्होंने  पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चंद्रशेखर सिंह को वीर कुंवर सिंह फाउंडेशन  के तरफ से तलवार भी भेंट किया था।मोती झारी देवी के निधन पर दर्जनों बुद्धिजीवियों एवं सामाजिक संगठनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

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